
श्री हरि बाबू श्रीवास्तव
ओएस एवं महानिदेशक - प्रौधोगिकी प्रबंधन (टीएम)
श्री हरि बाबू श्रीवास्तव, ओएस और एससी-'एच' ने 31 मई 2021 को महानिदेशक (प्रौद्योगिकी प्रबंधन) के रूप में पदभार संभाला।
डीजी (टीएम) के रूप में कार्यभार संभालने से पहले श्री हरि बाबू श्रीवास्तव 20 जून 2014 से लास्टेक, मेटकाफ हाउस, नई दिल्ली के निदेशक थे। जहां पर ये उच्च शक्ति वाले लेजर स्रोतों, लेजर स्पेक्ट्रोस्कोपी और लेजर काउंटरमेजर्स के क्षेत्र में विभिन्न प्रौद्योगिकी और उत्पाद विकास पहल का नेतृत्व कर रहे थे। यह 2013-2014 के दौरान डीआरडीओ मुख्यालय में इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर विज्ञान के निदेशक थे और इन्होने अपनी परियोजनाओं और गतिविधियों के तकनीकी प्रबंधन में विभिन्न ईसीएस क्लस्टर प्रयोगशालाओं की सहायता की।
इन्होने डीआरडीओ में अगस्त 1984 में आईआरडीई, देहरादून में वैज्ञानिक 'बी' के रूप में अपना करियर शुरू किया। इन्हें 01 अप्रैल 2000 को आईआरडीई के सर्वो सिस्टम डिवीजन का प्रमुख बनाया गया और 01 जनवरी 2008 को फायर कंट्रोल सिस्टम डिज़ाइन सेंटर के मुख्य डिजाइनर के पद पर पदोन्नत किया गया तथा 01 जुलाई 2012 को इन्हें फायर कंट्रोल सिस्टम ग्रुप के समूह निदेशक के पद पर नियुक्त किया गया।
आईआरडीई में अपने करियर के शुरुआती वर्षों के दौरान इन्होने सीधे देखने वाले ऑप्टिक्स, सीसीडी कैमरे, लेजर रेंज फाइंडर, लेजर सीकर्स और थर्मल इमेजिंग कैमरे सहित विभिन्न इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल पेलोड की दृष्टि की रेखा के स्थिरीकरण पर व्यापक रूप से काम किया। बाद में परियोजना निदेशक/मुख्य डिजाइनर/समूह निदेशक के रूप में ये उपरोक्त पेलोड, बैलिस्टिक गणना, लेजर डिज़ाइनर सह एसडब्लूआईआर इमेजिंग सिस्टम, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल फायर कंट्रोल सिस्टम और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सर्विलांस सिस्टम के डिजाइन और प्रदर्शन के विकास, समीक्षा और अंतिम रूप देने के लिए जिम्मेदार थे। इन्होने हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर विकसित करने की प्रमुख जिम्मेदारियां निभाईं और भारतीय रेगिस्तान और नौसेना परीक्षण क्षेत्रों में विभिन्न प्लेटफार्मों में इन प्रणालियों के एकीकरण, इंटरफेसिंग और फील्ड मूल्यांकन पर व्यापक रूप से काम किया।
आईआईटी रुड़की और आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र के रूप में इन्होने कई आंतरिक डीआरडीओ रिपोर्टों के अलावा विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रेफरीड पत्रिकाओं और संगोष्ठी/सम्मेलन की कार्यवाही में कई तकनीकी पत्रों का लेखन/सह-लेखन किया है। इन्होने 'नाइट विजन एंड इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स टेक्नोलॉजी रिव्यू' पर एक मोनोग्राफ का सह-संपादन किया है।
वह ऑप्टिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (ओएसआई) और इंस्ट्रूमेंट सोसाइटी ऑफ इंडिया (आईएसओआई) के आजीवन सदस्य हैं। वह आईएसओआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व संयुक्त सचिव भी हैं। इन्होने डीआरडीओ नकद पुरस्कार, डीआरडीओ समूह प्रौद्योगिकी पुरस्कार और प्रयोगशाला समूह प्रौद्योगिकी पुरस्कार प्राप्त किया है।