श्री हरेकृष्ण रथ , वैज्ञानिक 'जी'
निदेशक, एकीकृत परीक्षण परिसर (ITR)

वैज्ञानिक 'जी', श्री एच के रथ, ने 30 सितंबर, 2020 से एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर/ ITR), चांदीपुर के निदेशक के रूप में पदभार ग्रहण किया। वह आईएटी/ IAT, पुणे से इलेक्ट्रॉनिक्स फैलोशिप कार्यक्रम पूरा करने के बाद नवंबर 1989 में आईटीआर/ ITR में शामिल हुए। वह मिसाइलों, रॉकेटों और विभिन्न अन्य हवाई हथियार प्रणालियों के प्रदर्शन मूल्यांकन में शामिल रहे हैं और उन्होंने आईटीआर/ ITR द्वारा संचालित लगभग सभी मिशनों में सहयोग किया है। इस अवधि के दौरान, उन्होंने आईटीआर/ ITR के व्यापक संचार नेटवर्क की योजना, डिजाइन, विकास और कार्यान्वयन के लिए टीम का नेतृत्व किया था। उनके नेतृत्व में, रेंज के संचार नेटवर्क को बढ़ाया गया और नए लॉन्च कॉम्प्लेक्स व रिमोट इंस्ट्रूमेंट साइट्स तक विस्तारित किया गया। आवाज और डेटा संचार बुनियादी ढांचे को उच्च बैंडविड्थ एफओ/FO नेटवर्क, आरएफ/RF संचार प्रणाली और आईपी सी 8/ IP C8 प्रणाली सहित अत्याधुनिक प्रणालियों के साथ उन्नत किया गया है। उन्होंने रीयल टाइम डेटा प्रोसेसिंग और डिस्प्ले सॉफ्टवेयर के डिजाइन एवं विकास के लिए आईटीआर/ ITR की केंद्रीय डेटा प्रोसेसिंग टीम का नेतृत्व किया है, जिसमें मल्टी टारगेट डेटा प्रोसेसिंग, सीडीएम/ CDM ऑन डिमांड, डिस्प्ले ऑन डिमांड आदि का कार्यान्वयन शामिल है, जिसने लीगेसी सॉफ्टवेयर को बदल दिया है। एक प्रोजेक्ट लीडर के रूप में, उन्होंने सीडीएमए/ CDMA आधारित फ्लाइट टर्मिनेशन प्रणाली और एसडीआर/ SDR आधारित फ्लाइट टर्मिनेशन प्रणाली को सफलतापूर्वक विकसित किया है, जो विदेशी स्रोतों से स्वतंत्र पूर्ण स्वदेशी समाधान प्रदान करते हैं। सभी स्टेशनों पर सटीक समय पर डेटा के उत्पादन और प्रसार के लिए उपयोग की जाने वाली आईटीआर/ ITR की केंद्रीय समय प्रणाली, स्वदेशी टाइम कोड रीडर्स और एंड्रॉइड आधारित वियरेबल रीडर्स के विकास के साथ-साथ पूर्ण आधुनिकीकरण के अधीन है।


उन्होंने 1988 में यूसीई/ UCE बुर्ला (वर्तमान में वीएसएसयूटी/ VSSUT बुर्ला), संबलपुर विश्वविद्यालय, ओडिशा से इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग में बी.टेक किया। इसके बाद उन्होंने 1996 में आईआईटी/ IIT, खड़गपुर से दूरसंचार प्रणाली इंजीनियरिंग में एमटेक पूरा किया। वह आईईईई/ IEEE और सीएसआई/ CSI के सदस्य हैं और उनके राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में बड़ी संख्या में प्रकाशन मौजूद हैं। उनकी शोध रुचियों में रीयल टाइम डेटा एक्विजिशन, संचार, कंप्यूटिंग और फ़्लाइट टर्मिनेशन सिस्टम शामिल हैं।

हल्के वाहनों के परीक्षण और मूल्यांकन में उनके योगदान के लिए, वर्ष 2017 में आत्मनिर्भरता में उत्कृष्टता के लिए उन्हें प्रतिष्ठित अग्नि पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

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