निदेशक, रक्षा शरीर क्रिया एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान (डिपास)
डॉ. राजीव वार्ष्णेय
निदेशक, रक्षा शरीर क्रिया एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान (डिपास)

डॉ. राजीव वार्ष्णेय, वैज्ञानिक 'जी' ने 1 सितंबर 2020 से निदेशक के रूप मे रक्षा शरीर क्रिया एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान (डिपास), दिल्ली में पदभार ग्रहण किया है। निदेशक का कार्यभार संभालने से पहले सह- निदेशक और प्रौद्योगिकी प्रबंधन विभाग के प्रमुख थे। डिपास में आने से पहले उन्होंने डीआरडीओ मुख्यालय मे रक्षा विभाग (अनुसंधान एवं विकास) के सचिव और अध्यक्ष डीआरडीओ के कार्यालय में निदेशक, प्रौद्योगिकी सहायता और प्रबंधन के रूप में कार्य किया।

डॉ. वार्ष्णेय अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में स्नातकोत्तर हैं और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से पीएचडी हैं। उन्होंने विकिरण की क्षति से निपटने के लिए तंत्र-आधारित ड्रग्स के विकास की दिशा में सफलतापूर्वक योगदान दिया है। उन्हें डीआरडीओ लैब-स्तरीय प्रौद्योगिकी समूह पुरस्कार एवं जापान और इटली में अपने काम को प्रस्तुत करने के लिए दो बार युवा वैज्ञानिक पुरस्कारसे सम्मानित किया गया है।

डॉ. वार्ष्णेय ने उपयोगकर्ताओं के साथ उत्पादों के उत्पादन और प्रवर्तन के लिए 50 उद्योगों के साथ (एलएटीओटी) समझौते के माध्यम से डिपास में विकसित 16 प्रौद्योगिकियों के निर्बाध हस्तांतरण की दिशा में योगदान दिया है। उन्होंने डिपास को देश में अग्रणी कोविड-19 परीक्षण प्रयोगशालाओं में से एक के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने निधिकरण के लिए डीएसटी और आईसीएमआर परियोजना सलाहकार समिति के विशेषज्ञ सदस्य के रूप में काम किया है और राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान अकादमी के सदस्य हैं। उन्होंने प्रसिद्ध राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में कई पत्र प्रकाशित किए हैं।

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