श्री कैलाश कुमार पाठक
श्री कैलाश कुमार पाठक
निदेशक डीएफटीएम

श्री कैलाश कुमार पाठक ने 24 सितम्बर 2019 को निदेशक, भविष्य प्रौद्योगिकी प्रबंधन निदेशालय (डीएफटीएम) का पदभार संभाला । उन्होंने वर्ष 1985 में एएमयू, अलीगढ़ से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीएससी इंजीनियरिंग की और वर्ष 1994 में आईआईटी कानपुर से सॉलिड मैकेनिक्स एंड डिज़ाइन में एम.टेक किया। उन्होंने फरवरी 1987 में आयुध अनुसंधान और विकास स्थापना (ए आर डी ई) में वैज्ञानिक 'बी' के तौर पर अपना करियर शुरू किया।


इन्होंने 25 से अधिक वर्षों तक विभिन्न आयुध प्रणालियों के डिजाइन, विश्लेषण, विकास और गतिशील परीक्षण गतिविधियों को आगे बढ़ाया है। उन्होंने 120 मिमी तोप लॉन्च की गई गाइडेड मुनमेंट (सीएलजीएम), आरबीयू 6000 लॉन्चर के लिए एंटी-सबमरीन रॉकेट, न्यू फैमिली ऑफ मुनेशन्स (एनएफएम), टॉरपीडो की रेंज एन्हांसमेंट 'मोहिनी', 30 एमएम एयर डिफेंस गन सिस्टम और फिन स्टैबलाइज्ड आर्मर पियर्सिंग डिस्चार्जिंग सबोट (एफ एस ए पी डी एस) मुनिशन जैसी कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं/कार्यक्रमों में योगदान दिया । इन्होंने कंप्यूटर एडेड डिजाइन (सी ए डी)/ कंप्यूटर एडेड इंजीनियरिंग (सी ए ई) टूल्स का उपयोग करके रक्षा प्रणालियों के डिजाइन और विश्लेषण में विशेषज्ञता हासिल की है और अत्याधुनिक वर्चुअल उत्पाद विकास सुविधा स्थापित की है। एआरडीई में प्रभागाध्यक्ष, समूह अध्यक्ष और परियोजना प्रबन्धक के रूप में इनकी पेशेवर यात्रा के दौरान इन्हें विभिन्न प्रमुख जिम्मेदारियां सौंपी गईं थी।


10 जनवरी 2014 को डीआरडीओ मुख्यालय में स्थानांतरण के बाद, वे भविष्य प्रौद्योगिकी प्रबंधन (डी एफ टी एम) निदेशालय में शामिल हो गए। इन्होंने देश में बहु-संस्थानीय सहयोगात्मक निर्देशित अनुसंधान के लिए नए उन्नत प्रौद्योगिकी केंद्रों की स्थापना के लिए एक रूपरेखा, नीति निर्माण, योजना, निष्पादन और प्रबंधन के लिए योगदान दिया। उन्होंने आई आई टी दिल्ली में डीआरडीओ-आई आई टी डी संयुक्त उन्नत प्रौद्योगिकी केंद्र (जे ए टी सी) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और सहयोगात्मक निर्देशित अनुसंधान परियोजनाओं में बड़ी संख्या में शिक्षा संकायों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को शामिल किया है। वह राष्ट्र की रक्षा और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण और अत्याधुनिक तकनीकों को विकसित करने के लिए शैक्षणिक समुदाय के भीतर सहयोगात्मक अनुसंधान इको-सिस्टम विकसित करने के लिए निरंतर योगदान और प्रयास कर रहे है।

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