विमान के संरचनात्मक अनुप्रयोगों के लिए उच्च शक्ति बीटा टाइटेनियम मिश्रधातुओं का प्रयोग उनकी अधिक क्षमता, उनके लचीलेपन, थकने और कठोरता से टूटने की ताकत के कारण किया जाता है। इन मिश्रधातुओं को स्टील से बदला जा सकता है जिससे काफी मात्रा में बचत हो सकती है। जो हालांकि महंगे होते हैं मगर बेहतर संक्षारण प्रतिरोध के कारण उनकी जीवनभर की लागत कम होती है। भारतीय मिसाइल और विमान उद्योग एक ऐसी टाइटेनियम मिश्रधातु की तलाश में हैं जो कोल्ड रोलिंग कर सकती है जिससे पुर्जों को आसानी से बनाया जा सके और उसमें मध्यम तापमान की शक्ति हो। वर्तमान में उपलब्ध मिश्रधातु, OT4‐1 और Ti64 ठंड कम करने के लिए बहुत अनुकूल नहीं हैं।
डीएमआरएल ने विमान के संरचनात्मक अनुप्रयोगों के लिए एक बीटा टाइटेनियम मिश्रधातु 15Mo ‐ 3Nb ‐ 3Al A 0.3Fe ‐ 0.2Si (बीटा 21S) के लिए स्वदेशी औद्योगिक पैमाने की निर्माण प्रौद्योगिकी (पिघलने की और प्रसंस्करण की) को विकसित और स्थापित किया है। बीटा 21S (टाइटन 44) मिश्रधातु में बेहतर क्रीप प्रतिरोध के साथ ही बहुत अच्छा ऑक्सीकरण प्रतिरोध पाया जाता है। इसे आसानी से बीटा सॉल्यूशन के उपचार की स्थिति में जटिल आकृतियों में गढ़ा जा सकता है और फिर उच्च क्षमता को पाने के लिए यह बढ़ सकता है। कच्चे माल के चयन के लिए पूर्ण विनिर्माण प्रौद्योगिकी, मिश्रधातु पिघलने, थर्मो-मेकेनिकल प्रोसेसिंग, एक नई अल्ट्